सिवाना डायरीज - 41

 सिवाना_डायरीज  - 41


साला अभी थियेटर्स में लगी 'ब्रह्मास्त्र' का "केसरिया तेरा इश्क है पिया...", 2015 में रिलीज्ड 'दिलवाले' का "रंग दे तु मोहे गेरुआ..." और 'शादी में जरूर आना' फिल्म का "इश्क का रंग सफेद पिया..." जैसे लिरिक कंफ्यूज किये देते है हमें कि इस़क का रंग कौनसा ठीक है हमार वास्ते!!! इ रंगों का फेर उलझाई रखत है हमार जिंदगी भी। सच बोलूँ तो रंगों के इ मायाजाल मां ही उलझत गई है सारी दुनिया। इ फलां धरम का रंग, इ फलां देस का रंग, इ फलां जाति का रंग, और तो और भगवानन ने भी बांट दिये हैं रंगों में हम। -एक नया शब्द पढ़ा आज डिस्कवरी-प्लस पर देवदत्त पटनायक के एक शाॅ में। वह था - 'असूर्यस्पर्शा', अर्थात वह खूबसूरत लड़की जिसे सूर्य भगवान ने स्पर्श भी न किया हो, अर्थात नितांत गौरवर्ण, अर्थात झाई और छाया गुजरी भी न हो जिससे, अर्थात सन-बर्न की विपदा से कोसों दूर। एक और शब्द पर गौर किया - 'कर्पूरगौरंग' अर्थात कपूर के जैसे रंग वाले, अर्थात अत्यंत धवल, अर्थात पूर्ण गौरवर्ण। महादेव जी का स्मरण करते हुए रोज पढ़ते हैं ये शब्द, मगर पटनायक जी ने अब बताया है इसका सही अर्थ। भगवान कृष्ण को घनश्याम, लक्ष्मी का कुमारी रूप लाल तथा माता रूप हरे रंग की साड़ी में, माँ सरस्वती को सफेद साड़ी में तथा विष्णु भगवान को सांवले रंग में दिखाया जाता है अधिकतर - ये भी पटनायक जी ही बता गये आज।


बहरहाल, जो देखा-सुना-पढ़ा, बता दिया मैंने। सही-गलत, ठीक-अठीक सब मानने वाले के ऊपर है। रविवार का दिन था तो करीबन दस से ज्यादा स्टेटस चेपे मैंने व्हाट्सएप पे। दिन-भर में थोड़ा पढ़ा, थोड़ा-सा लिखा और थोड़ी समझा भी जिंदगी। अमावस्या है आज। मुकाम मेले में उपराष्ट्रपति धनखड़ जी पधारे हैं आज। सेब, केले और मूँगफली से शुरू कर दिन को व्रत वाली आइसक्रीम खाकर खत्म किया। हुंडिया फार्म-हाउस जाना हुआ सुरेश जी, हरीश जी, डुग्गू और बब्बू के साथ। सिवाना की एक और मनमोहक जगह। अंधेरा जो न होता तो, वहाँ से लौटने का मन न था मेरा। पास ही बस-स्टेंड पर 'एक शाम-गौ माता के नाम' भजन-संध्या चल रही है। 


मन ठीक रखा आज। रहा या नहीं इस पर जोर दिये बिना रखा। फिर से ठीक हुआ भी है कुछ-कुछ अपना कैनवास। जिस स्कैच को परमानेंट मार्कर से खींचना चाहता हूँ, तैयार है वह। बस अब खुद को निष्णात करना है प्रेम और जीवन दोनों परिभाषाओं में। कल से नवरात्रि शुरू है। अभी सो जाते है टाईम पर। शुभ रात्रि...


- सुकुमार 

25-09-2022

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