सिवाना डायरीज - 49
सिवाना_डायरीज - 49
"एक बात तो साफ है, तुम्हारा ना कलर-सेलेक्शन बहुत खराब है।"
"मतलब! मैं समझा नहीं यार। कहाँ, मिस्टेक हो गई?"
"यलो शीट पर ऑरेंज कलर से कौन लिखता है भला!"
"ओह! साॅरी यार। सच कहूँ तो तुम्हारा कहा सच है। 'हाऊ टू लुक/शाॅ इम्प्रेसिव' में हमेशा खराब ही रहे हैं अपन।"
"हाँ झलक रहा है वो तो।"
"अरे, बात ऐसी है ना कि तुम्हारे आने के बाद ही रंगों से वास्ता हुआ है यार। पहले तो ब्लेक&व्हाइट ही थी ना जिंदगी मेरी।"
-यह बोलते हुए उसने छक्का मार दिया था बीमर पर भी...हाहाहाहा।
"वाह! क्या डायलाग मारने लगे हो आजकल। फिल्मी आदमी।"
"अच्छा, इसी बात पर गले नहीं लगाओगी?"
"बिल्कुल। क्यों नहीं। क्लाॅज युअर आईज एन जस्ट फील कि मैं लिपट गई हूँ तुमसे।"
-और उसके बाद दोनों एक ही रंग में फिर से रंगे थे। कविताओं में जिसे प्रेम-रंग कहा जाता है...
बहरहाल, आज बस ने एक घंटा लेट किया। सुबह साढ़े पाँच उतारा सिवाना। उतरते ही मनोहरा से बात और इंस्ट्रक्शन पाया कि दुर्गाष्टमी है आज, नहाकर पूजा कर लेना। अपनी मेवाड़ी में कहावत है ना - 'वा के'द जो लोखा की लकीर...' वही किया। नाश्ते में एपल और नाशपती निपटाकर निकल लिये ऑफिस के लिए। सुरेश जी इस पूरे सप्ताह लीव पर है। अगले वीक हरीश जी नहीं रहेंगे सिवाना में, उससे नेक्स्ट अपन और आगे वाले वीक में दीपावली है। मतलब ना कि इस महीने के लास्ट में मिलेंगे हम तीनों साथ तो अपने सिवाना में। दिन-भर जयपुर वाले ऑपन काॅर्स (वर्कशाॅप) के लिए कुछ लिखा-पढ़ा, रिअम्बर्समेंट की कुछ एप्लीकेशन्स डाली और नेक्स्ट ट्यूर के लिए ट्रेवल-रिक्वेस्ट भी। लंच में रूम पर दलिया बनाकर खाया और साथ में खाखरा भी। ऑफिस सो लौटने के बाद से ही बिस्तर पर हूँ। थोड़ा पढ़ा, थोड़ा यू-ट्यूब, थोड़ी काॅल पर बात और अब नींद दस्तक देने लगी है।
मन का पूछो मत। समझ नहीं आ रहा कि क्या करूँ! घर वाले जिस लिए चिंतित है, मैं कन्फ्यूज हूँ। मनोहरा का सहारा जो न होता तो शायद कुछ ठीक भी न होता। वही पाॅवर-बूस्टर है अपने लिए तो। खाली पड़े जिंदगी के कैनवास पर पुराना लिखा उड़ गया है या सोख लिया है धूप ने। मनोहरा ने कुछ रंगीन फूल लगा दिये हैं। खुशबू से तितलियाँ, भंवरे और गिलहरियाँ आस-पास बनी रहती है। मतलब ना कि दिखने में बहुत ही खूबसूरत। मनोहरा का है ये सब। अपना कुछ ऋहीं। अपन तो खुद ही उसके। बाकी जय-जय। सो जाते हैं अभी। शुभ-रात्रि...
- सुकुमार
03-10-2022
Comments
Post a Comment